हथेली में तीन रेखाएं मुख्य रूप से दिखाई देती हैं. ये जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा है। इनमें से जो रेखा अंगूठे के ठीक नीचे शुक्र पर्वत को घेरे रहती है वही जीवन रेखा कहलाती है. छोटी जीवन रेखा कम उम्र और लंबी जीवन रेखा लंबी उम्र की ओर इशारा करती है। यदि जीवन रेखा टूटी हुई हो तो यह अशुभ होती है, सामान्य से उपायों को किया जाये तो इनके अशुभ प्रभाव नष्ट हो सकते है।
- हस्तरेखा ज्योतिष में बताया गया है कि लंबी गहरी पतली और साफ जीवन रेखा शुभ होती है जीवन रेखा पर क्रॉस का चिह्न अशुभ होता है यदि जीवन रेखा शुभ है तो व्यक्ति की आयु लंबी होती है और उसका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
- यदि मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा के मध्य थोड़ा अंतर हो तो व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाला होता है।
- और यदि ये अंतर अधिक हो तो व्यक्ति बिना सोच विचार के कार्य करने वाला होता है।
- यदि जीवन रेखा से कोई शाखा गुरु पर्वत क्षेत्र की ओर उठती दिखाई दे या गुरु पर्वत में जा मिले तो इसका अर्थ यह समझना चाहिए कि व्यक्ति को कोई बड़ा पद या व्यापार-व्यवसाय में तरक्की प्राप्त होती है।
- यदि दोनों हाथों में जीवन रेखा टूटी हुई हो तो व्यक्ति को असमय मृत्यु समान कष्टों का सामना करना पड़ सकता है यदि एक हाथ में जीवन रेखा टूटी हो और दूसरे हाथ में यह रेखा ठीक हो तो यह किसी गंभीर बीमारी की ओर इशारा करती है।
- यदि किसी व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा पर चेन की आकृति या अलग अलग टुकड़ों से बनी हुई हो तो व्यक्ति निर्बल हो सकता है ऐसे लोग स्वास्थ्य की दृष्टि से भी परेशानियों का सामना करते हैं।
- यदि जीवन रेखा से कोई शाखा शनि पर्वत क्षेत्र ओर उठकर भाग्य रेखा के साथ साथ चलती दिखाई दे तो इसका अर्थ यह होता है कि व्यक्ति को धन संपत्ति का लाभ मिल सकता है ऐसी रेखा के प्रभाव से व्यक्ति को सुख सुविधाओं की वस्तुएं भी प्राप्त होती हैं।
- यदि जीवन रेखा हृदय रेखा और मस्तिष्क रेखा तीनों प्रारंभ में मिली हुई हो तो व्यक्ति भाग्यहीन दुर्बल और परेशानियों से घिरा होता है।
- यदि जीवन रेखा को कई छोटी छोटी रेखाएं काटती हुई नीचे की ओर जाती हो तो ये रेखाएं व्यक्ति के जीवन में परेशानियों को दर्शाती हैं यदि इस तरह की रेखाएं ऊपर की ओर जा रही हों तो व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है।
- यदि जीवन रेखा गुरु पर्वत से प्रारंभ हुई हो तो व्यक्ति अति महत्वाकांक्षी होता है ये लोग अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
- यदि जीवन रेखा अंत में दो भागों में विभाजित हो गई हो तो व्यक्ति की मृत्यु जन्म स्थान से दूर होती है।
- जीवन रेखा पर वर्ग का चिह्न हो तो यह व्यक्ति के जीवन की रक्षा करता है।
- यदि दोनों हाथों में जीवन रेखा बहुत छोटी हो तो वह व्यक्ति अल्पायु हो सकता है।
- यदि किसी व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा चंद्र पर्वत तक चली जाए तो व्यक्ति का जीवन अस्थिर हो सकता है इस प्रकार के लोग साहस भरे और उत्तेजना से पूर्ण कार्य करना चाहते हैं।
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