बच्चों की किलकारी किसे पसंद नहीं होती, पर हर किसी को ये सुख आसानी से नहीं मिलता, बॉलीवुड के माचो मैन यानी हमारे फिल्मी हीरो सिर्फ कहने के ही माचो मैन हैं, सच कहा जाए तो वो सिर्फ स्क्रीन पर ही हीरो बने नजर आते हैं या फिर हीरो बनने की जुगत में दिखते हैं। इस इंडस्ट्री में अगर सचमुच कोई हीरो है तो वो हैं हमारी हिरोइनें, जो न केवल लीक से हटकर काम कर रही हैं बल्कि समाज के लिए "example" भी सेट कर ही हैं। एक तरफ हैं फिल्म इंडस्ट्री के बादशाह शाहरुख खान, मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान, पूरे देश और दुनिया को फैमिली और प्यार का पाठ पढ़ाने वाले करण जौहर, वहीं दूसरी तरफ हैं रूपहले पर्दे की हीरोइनें रवीना टंडन, सुष्मिता सेन और बॉलीवुड की सबसे चर्चित अभिनेत्री और पोर्न स्टार सनी लियोनी।
ये सभी सेलीब्रिटी मां और पिता बनना चाहते थे और बने भी, लेकिन हमारे रुपहले पर्दे के हीरोज ने जहां पिता बनने के लिए सेरोगेसी के द्वारा किसी की कोख खरीदी और पिता बने। वहीं दूसरी तरफ हैं हमारी हिरोइनें, जिन्होंने अनाथ बच्चों को मां का प्यार दिया।
रवीना टंडन ने कोई दो दशक पहले दो बच्चियों को गोद लिया था। पिछले साल उन्होंने अपनी बड़ी बेटी की शादी भी कर दी। वैसे रवीना ने अपनी कोख से भी दो बच्चों को जन्म दिया है। कुल मिलाकर रवीना के चार बच्चे हैं, जबकि सुष्मिता सेन ने दो बच्चियों को कोई डेढ़ दशक पहले गोद लिया था और खूब चर्चा बटोरी थी। कुल मिलाकर हीरो बनाम हीरोइन में अदाकाराएं समाज के प्रति ज्यादा सजग और जागरुक महौल बनाती नजर आ रही है और हीरोज पर कई गुना भारी पड़ रही हैं।