यह कोई ऐसी वैसी ठगी नहीं बल्कि एक सांप के सौदे को लेकर की गई ठगी है। जिसमें ठगों ने कारोबारी को दो मुंहा सांप देने के बदले रकम मांगी थी।
जुलाई 17 को थाना प्रेमनगर पर वादी आदित्य नाथ कुकरेती ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। उनहोंने कहा कि मैं एक जूते के होल सेल का काम करता हूं, जिसके लिए मुझे इधर-उधर जाना पड़ता है। अपने इसी व्यवसाय के लिए मैं लगभग 1 माह पूर्व हरिद्वार गया था। वहां मेरी मुलाकात एक नदीम नाम के व्यक्ति से हुई, जिसने बताया कि वह रुड़की का रहने वाला है। उसने बातों-बातों में मुझसे नजदीकियां बढ़ाई और उसके पास एक दोमुंहा सांप होने की बात कही। उसने बताया कि इसकी कीमत 4 से 5 करोड़ रुपये है और इसका इस्तेमाल एक कंपनी द्वारा कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने यह सांप मुझे 20 लाख रुपये में देने को कहा और मुझसे मेरा मोबाइल नंबर ले लिया। फिर 2 दिन बाद मेरे मोबाइल नंबर पर कॉल आया, उसने बताया कि मै एंटीक वर्ल्ड कंपनी दिल्ली से कंपनी का मैनेजर जितेंद्र गुप्ता बोल रहा हूं। हमारी कंपनी एंटीक सामान जैसे कि हाइब्रीड बिच्छू और दोमुंहा सांप की डील करती है। पूछने पर उसने बताया कि मेरा नंबर उन्हें नेट से मिला। उन्होंने कहा कि वे ऐसे ही डील करते हैं। उसकी बातों में आकर कारोबारी ने पहले उस सांप को देखा फिर अलग-अलग तारीख पर लगभग 10 लाख रुपये ठगों को दे दिए।
फिर उस कंपनी के मैनेजर जितेंद्र गुप्ता और शकील आये। जिसने कारोबारी से उस सांप की 4 करोड़ रुपये में डील की। उन्होंने कहा कि शकील टेस्टर है, और हमारी कंपनी इसका टेस्ट करेगी, जिसकी फीस 8 लाख रुपये है। टेस्ट में पास हो जाने पर सांप की कीमत 4 करोड़ रुपये मिलेगी। इनकी बातों और लालच में आकर कारोबारी ने उन्हें 8 लाख रुपये और सांप दे दिया। जिस पर इन लोगों ने कारोबारी को पैसों की रसीद और एक मूवमेंट ऑर्डर दिया जो फर्जी था, फिर एक सप्ताह बाद इन्होंने कहा कि सांप टेस्टिंग के दौरान मर गया है और अब ये डील नहीं हो सकती। यह बात सुनकर कारोबारी परेशान हो गया जब उसने इस बारे में पता किया तो पता चला कि ये लोग फर्जी हैं, सारे के सारे आपस में मिले हुए हैं।
जब कारोबारी ने अपने पैसे वापस मांगे तो इन्होंने कहा कि तुम हमें नहीं जानते हो हम पूरे भारत में ऐसे ही लोगों को ठगते हैं। आज तक कोई हमारा कुछ नहीं कर पाया, अगर तूने भी ज्यादा पैसा-पैसा किया तो तुझे जान से मार देंगे।
उस दौरान पुलिस को इन लोगों की नई साजिश का पता चला। इसके बाद 25 जुलाई की रात को पुलिस ने शिमला बाईपास रोड से उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अभियुक्तों से गहनता से पूछताछ करने पर अपने अपराध को स्वीकारा। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने एंटीक वर्ल्ड के नाम से लगभग 2 साल पहले एक कंपनी दिल्ली में खोली थी, पर यह नहीं चल पाई, जिसको बंद कर दिया गया। फिर पैसों के लालच में वीरेंद्र बरार ने उस कंपनी को लगभग 6 माह पूर्व फिर से फर्जी तरीके से खोला और अपने साथ सभी लोगों को पार्टनरशिप में लगाया और इसी तरह से लोगों को पैसो का लालच देकर ठगी का काम करते हैं।